वॉरेन हेस्टिंग्स
_🔷डोनाल्ड ट्रम्प का महाभियोग परीक्षण अमेरिकी सीनेट में शुरू हो गया है। इस समय भारत के पहले गवर्नर-जनरल वॉरेन हेस्टिंग्स के महाभियोग (ब्रिटिश संसद द्वारा प्रसिद्ध असफल प्रयास) पर एक मिसाल की तरह चर्चा की जा रही है।_
_*🔶🔹इनके बारे में:-🔹🔶*_
🔷बंगाल के पहले गवर्नर-जनरल (और भारत के पहले गवर्नर-जनरल) वारेन हेस्टिंग्स को देश पर शासन करने वाले सबसे महत्वपूर्ण औपनिवेशिक प्रशासकों में माना जाता है।
🔷बंगाल के पहले गवर्नर (1772-1774) और फिर गवर्नर-जनरल (1774-1785) के रूप में, हेस्टिंग्स ने भारत में ब्रिटिश शासन को मजबूत किया और प्रशासन में गहरा बदलाव लाया।
🔷1785 में ब्रिटेन लौटने के बाद कार्यालय में रहते हुए हेस्टिंग्स के आचरण पर सवाल उठाए गए। 1786 में, हेस्टिंग्स के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही शुरू की गई, जिसमें उनके कथित कुप्रबंधन, मूल निवासियों के साथ दुर्व्यवहार और व्यक्तिगत भ्रष्टाचार की जांच की गई थी।
🔷महाभियोग का मुकदमा 1788 में शुरू हुआ था। 1795 में हाउस ऑफ लॉर्ड्स ने हेस्टिंग्स को बरी कर दिया था और महाभियोग असफल रहा।
🔷ट्रम्प के परिक्षण के सामने आने पर हेस्टिंग्स के महाभियोग की कोशिश पर अब फिर से चर्चा हो रही है, जबकि हेस्टिंग्स के तरीके गैर अभ्यारोप्य थे।
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